बनाया था मैंने एक प्यारा सा जहान।
जिया है जी भर के हर एक पल यहाँ।
देखे थे सपने, छुआ था आसमान।
इतनी ही थी मेरी छोटी सी दुनिया।
हैं बस सब कुछ दिन के मेहमान।
जब तक सांस है, है ज़िंदगी का कारवां।
मिला था जीवन जैसे एक वरदान।
फिर मिलें ना मिलें ये जिस्म और जाँ।
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YouTube channel: Sneha Recites
Wah wah… Bahut hi sundar panktiyan… well penned… Liked it…
Thank you very much 🙂